वाह रे तोर मया.....
सो जा ओ.....फेर फोन झन काटबे....
..
प्लीज़
मोला तोर सांस के आवाज सुनना हे....!!
अतका चोचला कइसे पेल
लेथव रे आज के मजनू....
केप्सूल खा के बनाये बाॅडी,
जमीन बेचके आये पइसा,
फेसबुक म उपजे प्रेम,
अउ व्हाट्सएप म मिले ग्यान,
कभू नई टिकय
चाणक्य के कका ससुर हर
कोरा कागज म लिखे हे.....
वइसे मोरे सेटिंग के मेसेज
आये हे.....
अगर टाइटेनिक मूवी छत्तीसगढ़ी म बनतीस
त ओखर नाव होतिस
डोंगा बुडगे पानी म,
मयारू मरगे जवानी म!!!
काश मोर गर्लफ्रेंड का पता होतीस
कि मय ओखर बाॅयफ्रेंड अव
आई मीस यू फलानीन....!!!
सब्बो काम उत्ता धुर्रा निपटा के.....
खटिया म हाथगोड पसार के.....
मोबाइल चलाये के सुख
अउ कोनो काम म नई हे!!!
नजर चेक कराये गे रेहव..
डाॅक्टर ह पूछिस....ये कितने का नोट है?
महू कहेव घाम म चेक करके आथव!!
बाहीर निकलेव त 2000 हजार के रहिस
फेर का?
डाॅक्टर अभी तक
मोला खोजत हे.....
रेमट ल तो सब झन
कभू न कभू लीले हे....
अउ छिरकबे त छि
कहिथे.....वाह रे एक झन 8वीं कक्षा के टुरा रोज रोज अपन
गणित के गुरूजी के घर म फोन करथे.....
गुरूजी के घरवाली ह कहिथे ‘‘कितनी बार
बताया कि वो मर चुके है, फिर बार-बार
फोन क्यों करते हो?’’
टुरा, ‘‘सुन के बने लगथे मेडम’’ सब कइथे अउ सुना....अउ
सुना.....
अउ सुना देबे त मू फूल जथे
अलकरहेच हे ग!!!
एक ठो गांव म बिजली लगने वाला रहिस.....
मनखे मन मगन होके नाचत रहिस...!
ओखर मन के साथ एक ठो कुकुर घलो
नाचे लगिस.....!
एक झन ह कुकुर कना पूछते, तै काबर
नाचाथत.....?
कुकुर बोलिसः....खंभा घलो तो लगही कका....!