Monday, June 29, 2020

रेखराज साहू की कलम से

👉🏻🏠मोर घर-कुरिया के बन जा
👁️ देखईय्या अउ 1️⃣🔜
एक घांव बोल दे 📣सईंया, 

🙎🏻‍♀️तोर इही😊 गोठ ल सुने 
👂🏻बर कई➡️ जनम ले 🛐🔹
तरसत 😌😘हंव गुईयां !

....✍🏻 *®️Rekhraj sahu*
★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★


👉🏻👍🏻का मतलब 🙎🏻‍♀️❤️
असने तोर मया के 
👉🏻जेन दू👩‍❤️‍👨 बांटा म
👩‍❤️‍💋‍👨 बँटाये हस , 🧐🤨

🚶🏻‍♂️एक ले ∆पीछा छुटे त 
🏃🏻‍♀️दुसर म ∆जाके👬🏻 
संटाये हस !

....✍🏻 *®️Rekhraj Sahu*
★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★

🤔कभू 👋🏻चटकन उबाहूँ त 
😊मुस्कुरा के 👄गोठिया देबे ,🌹🌹

 🤫🤭भुला जाहँव😡😏 रिस-पित ल 
💓मया के गोठ🙎🏻‍♀️ गोठिया देबे !🌹🌹

....✍🏻 *®️Rekhraj sahu*
★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★


💓मोला कछु ❣️झन देबे 
मया❤️ के चिन्हारी🔹 
तोर मया मोर बर
 अमृत के💧💦 पानी हे, 

👉🏻अउ तोर ❤️मया बिना
❌❌ ये मोर रानी 
👉🏻"अलकरहा"👈🏻 
मोर जवानी🧍🏻‍♂️ हे !

....✍🏻 *®️Rekhraj sahu*